चंबा की समृद्ध लोककला एवं संस्कृति की पर्यटन के विकास में अहम भूमिका : नैय्यर
चंबा, 8 मार्च (निस)
जिला चंबा का गौरवशाली इतिहास तथा अति समृद्ध पारंपरिक लोककला एवं संस्कृति जिला में पर्यटन विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। यह बातें भूरी सिंह संग्रहालय में पर्यटन विकास, भाषा एवं संस्कृति विभाग, नॉट ऑन मैप तथा भूरी सिंह संग्रहालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित चंबा दिवस-2025 कार्यक्रम में मुख्यातिथि भाग लेते सदर विधायक नीरज नैय्यर ने कही। इस कार्यक्रम में उपायुक्त मुकेश रेपसवाल विशिष्ट अतिथि रहे। नीरज नैय्यर ने चंबा दिवस-2025 तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पारंपरिक लोककला एवं संस्कृति के संरक्षण के साथ पिछड़ेपन को एक अवसर रूप में स्वीकार कर लोग पर्यटन व्यवसाय से जुड़कर अपनी आर्थिकी को सशक्त बना सकते हैं।
पर्यटन गतिविधियों के प्रसार को लेकर ज़िला कांगड़ा-चंबा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा है। नीरज नैय्यर ने इस दौरान पर्यटन विभाग के सौजन्य से आयोजित चंबा-अचंभा फोटो कंटेस्ट- 2024 के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए।
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कहा कि ज़िला चूंकि ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। साथ में पर्यटन विकास के लिहाज से सभी प्राकृतिक संसाधन भी उपलब्ध हैं। ऐसे में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी सभी संस्थाओं के समन्वित प्रयास सकारात्मक परिणाम लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने ज़िला प्रशासन द्वारा पर्यटन विकास से संबंधित कार्यों की जानकारी साझा करते हुए सभी महत्वपूर्ण स्थानों में साइन बोर्ड स्थापित करने का भी आश्वासन दिया। कार्यक्रम में पर्यावरणविद एवं इतिहासकार डॉ. कुलभूषण उपमन्यु ने वर्चुअल माध्यम से ज़िले के स्वर्णिम इतिहास से संबंधित जानकारी साझा की।
कार्यक्रम का संचालन नोट ऑन मैप संस्था से मनुज शर्मा ने किया। इस दौरान ज़िला के प्रसिद्ध कलाकार काकू राम ठाकुर, गुलशन पाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।