ग्रामीण क्षेत्र में जंगली जानवर की दहशत
डबवाली, 3 फरवरी (निस)
उपमंडल के ग्रामीण क्षेत्र में जंगली जानवर की दहशत है। सोमवार को एक जंगली जानवर गांव मलिकपुरा के एक घर में दीवार फांदकर घुस गया और चारपाई पर लेटे बुजुर्ग पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर जानवर दीवार फांद कर भाग गया। घर में कई जगह दीवार, दरवाजे व जमीन पर जानवर के कदमों के तीखे नाखूनों वाले निशान हैं। इस घटना के बाद ओढ़ां पुलिस व वन्य जीव विभाग चौकस हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, 64 वर्षीय बुजुर्ग गुरमीत सिंह का घर गांव मलिकपुरा के बाहरी क्षेत्र में स्थित है। वह तूड़ी वाले कमरे में रहता है। वह प्रातः करीब 5:15 बजे लघुशंका से लौटकर अपनी चारपाई पर रजाई ओढ़कर लेट गया। तभी एक जानवर ने उसके ऊपर हमला कर दिया। उसने जोर-जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया। चीख-पुकार सुनकर घर में मौजूद अन्य पारिवारिक सदस्य भी पहुंच गए। तब तक जंगली जानवर 7 फुट ऊंची दीवार फांद कर भाग गया। सूचना मिलने पर वन्य जीव विभाग के गार्ड रिछपाल सिंह गांव मलिकपुरा में पहुंचे व घटनास्थल का जानवरों के पदचिन्हों का जायज़ा लिया। घटना के बाद क्षेत्र में भय का माहौल है। गत कई दिनों से क्षेत्र के किसानों द्वारा गांवों खुइयां मलकाना, सांवतखेड़ा व झुटी खेड़ा गांवों के खेतों में एक जंगली जानवर देखे जाने की दावे किया जा रहा है। जिसके चलते किसान व अन्य लोग अपने घरों से निकलने में झिझक रहे हैं।
वन्य जीव विभाग के हिसार रेंज के इंस्पेक्टर रामकेश चोपड़ा का कहना है कि यह कोई चीता या तेंदुआ नहीं है। बल्कि पाम सिवेट (बिज्जू) होने की सम्भावना है। वे स्वयं 8-10 गांवों में जाकर लोगों को समझा चुके हैं कि यह चीते या तेंदुए के पैरों के निशान नहीं है लेकिन कई लोग अफवाहें फैलाने में जुटे हैं। विभाग द्वारा जंगली जनवरी की तलाश व जांच जारी है। थाना ओढ़ां के प्रभारी सचिन कुमार ने बताया कि जंगली जानवर की घटना के बाद क्षेत्र में नज़र रखी जा रही है।