गो-अभयारण्य बनेंगे गोवंश का आश्रय, पानीपत-हिसार में शुरू
चंडीगढ़, 13 मार्च (ट्रिन्यू)
प्रदेश में बेसहारा गोवंश की बढ़ती समस्या पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के माननीयों ने चिंता जताई। गोवंश को आश्रय देने के लिए नायब सरकार ने हर जिले में गो-अभयारण्य बनाने का फैसला किया है। पानीपत और हिसार में गो-अभ्ायारण्य तैयार हो चुके हैं। यही नहीं, बेसहारा गोवंश, आवारा मवेशियों तथा बंदर व कुत्तों की बढ़ती संख्या पर भी अंकुश लगाने की मांग सदन में उठी।
पानीपत के गांव नैन और हिसार के गांव ढूंढर में पांच हजार की क्षमता वाले गो अभ्ायारण्य बनाए गए हैं, जिनमें अब तक करीब 6 हजार पशुओं को छोड़ा जा चुका है। विभाग ने 17 सरकारी पशु चिकित्सा अस्पताल, 12 सरकारी पशु चिकित्सा औषधालय खोले हैं। साथ ही पशुओं को खुले में छोड़ने वाले लोगों से 34.63 लाख रुपये जुर्माना वसूला है। पिहोवा से कांग्रेस विधायक मनदीप चट्ठा ने भी शहरों में बढ़ते बेसहारा गोवंश पर चिंता जताई।
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने जवाब दिया कि पहली जनवरी 2024 से लेकर सात मार्च 2025 तक गोशालाओं में 56 हजार 615 पशुओं को स्थानांतरित किया गया है। वहीं 25325 कुत्तों की नसबंदी करने के साथ 41152 बंदरों को वन क्षेत्र में छोड़ा है। सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी ने सुझाव दिया कि सभी मंत्री, विधायक और अफसरों को एक-एक गोशाला गोद लेनी चाहिए।
इससे निगरानी भी बढ़ेगी और बेसहारा गोवंश के रखरखाव में भी आसानी होगी। पूरे सदन ने मंत्री कृष्ण बेदी के सुझाव पर सहमति जताई। सहकारिता मंत्री डॉ़ अरविंद शर्मा ने सुझाव दिया कि शहरों की गोशालाओं से गोवंश को गांवों की गोशालाओं में शिफ्ट किया जाए ताकि गोवंश का दबाव कम हो।
बढ़ाई जाए चारा राशि
थानेसर विधायक अशोक अरोड़ा ने गोवंश की वर्तमान समय में चारा राशि को अपर्याप्त बताते हुए प्रतिदिन गोवंश के लिए 100 रुपये चारा राशि निर्धारित करने की मांग की। शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने जवाब में कहा कि सरकार द्वारा 163 करोड़ रुपये की अनुदान राशि गोशालाओं को जारी की है। पशुओं के चारे के लिए बछड़े को 10 रुपये, गाय को 20 रुपये और बैल व नंदी को 25 रुपये निर्धारित की गई है।
यहीं बने बायोगैस प्लांट
विधायक अर्जुन चौटाला ने गोशालाओं में बायोगैस प्लांट लगाने का सुझाव दिया। इस पर विपुल गोयल ने जवाब दिया कि सरकार गोशालाओं में बायोगैस प्लांट लगाने के लिए तैयार है, बशर्ते गोशालाएं प्रोजेक्ट लेकर आएं। वहीं फतेहाबाद से कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने सुझाव दिया कि हर गांव में पंचायती जमीन पर गोशाला बनानी चाहिए। उनके क्षेत्र हर गांव में गोशाला खुल चुकी है। वहीं शहरों में निकाय सचिव व अन्य अधिकारियों की जिम्मेवारी तय होनी चाहिए।