भिवानी, 7 जून (हप्र)'म्हारी संस्कृति म्हारा स्वामिमान' संगठन एवं हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल के तत्वावधान में म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान संगठन का स्थापना दिवस एवं महान सांगी पंडित जय नारायण शर्मा की याद में 11 दिवसीय सांग महोत्सव का शुभारंभ शनिवार से गांव उमरावत स्थित दादा लख्मीचंद सांस्कृतिक भवन में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान कौशिक ने की।कवि शिरोमणी दादा मांगेराम द्वारा रचित सांग वीर विक्रमादित्य का सांग सोमनाथ त्यागी द्वारा किया गया। जैसे ही मंच पर ढोलक और नगाड़ों की थाप पड़ी, पूरा माहौल एक वीरगाथा की जीवंत झांकी में बदल गया। प्रस्तुति के दौरान दादा मांगेराम की ओजपूर्ण वाणी और भावनात्मक अभिव्यक्ति ने बुज़ुर्गों को युवाओं को प्रेरणा से भर दिया। गांव पुर ने संगठन के अध्यक्ष हनुमान कौशिक को पगड़ी पहनाकर तथा सुप्रसिद्ध सांगी पंडित जयनारायण को स्मृति चिह्न से सम्मानित किया।हनुमान कौशिक ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति में वीरों की कहानियां आज भी जिंदा हैं, बस उन्हें मंच देकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वीर विक्रमादित्य’ का सांग सिर्फ एक कहानी नहीं, एक आदर्श है।इस मौके पर संगठन के प्रवक्ता रामधन शास्त्री ने कहा कि दादा मांगेराम द्वारा रचित और प्रस्तुत वीर विक्रमादित्य सांग ना केवल एक मनोरंजक सांस्कृतिक प्रस्तुति रही, बल्कि यह हरियाणा की वीर परंपरा और लोक संस्कृति का गर्वपूर्ण प्रदर्शन भी था। ऐसे आयोजनों से हरियाणवी सांग की समृद्ध परंपरा को नई ऊर्जा मिलती है।