बेंगलुरू, 6 मई (एजेंसी)लगभग एक दशक तक भारत और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का नेतृत्व करने और उनकी बल्लेबाजी पर रखी जा रही कड़ी निगरानी के बाद विराट कोहली ने सोचा कि अब बहुत हो गया और उन्होंने जिंदगी में खुश रहने के लिए आखिर में कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। कोहली ने 2021 में विश्व कप के बाद टी20 कप्तान के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने आरसीबी की कप्तानी भी छोड़ दी। इसके एक साल बाद, दक्षिण अफ्रीका से हार के बाद उन्होंने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी। कोहली ने कहा कि वह अपने करियर में एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए थे, जहां लगातार ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो गया था। कोहली ने ‘आरसीबी बोल्ड डायरीज़' पॉडकास्ट में कहा, ‘मुझे इस बात का एहसास ही नहीं था कि मैं ध्यान केंद्रित करने के लिए संघर्ष कर रहा हूं।' उन्होंने कहा कि उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया था, जबकि वह सार्वजनिक जीवन में खुश रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने कप्तानी छोड़ दी क्योंकि मुझे लगा अगर मुझे इस खेल में बने रहना है तो उसके लिए मेरा खुश रहना जरूरी है।'