केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
जींद, 11 मार्च (हप्र)
केंद्र सरकार और पंजाब के आंदोलनकारी किसान संगठनों के बीच 19 मार्च को होने वाली बैठक से पहले किसान संगठनों ने अपनी मांगों के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसके तहत मंगलवार को जींद में संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी कि 19 मार्च की बैठक में किसानों के हित में फैसला नहीं हुआ तो 20 मार्च को चंडीगढ़ में हरियाणा के सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जिलेभर के किसान नेहरू पार्क में एकत्रित हुए। यहां से लघु सचिवालय तक रोष मार्च किया।
प्रदर्शन में किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने भाग लिया। किसानों ने अपनी मांगों का ज्ञापन एसडीएम सत्यवान मान के जरिये मुख्यमंत्री को भेजा। इससे पहले नेहरू पार्क में किसानों की सभा हुई, जिसकी अध्यक्षता संयुक्त रूप से भारतीय किसान यूनियन के बारू राम, किसान सभा के चांद बहादुर, रमेश कंडेला, आजाद पालवां, मजदूर नेता कामरेड रमेश चंद्र, सुदेश कंडेला ने की। मंच संचालन किसान सभा के सचिव बलिंद्र उर्फ काला उचाना ने किया।
किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के राज्य अध्यक्ष मास्टर बलबीर सिंह ने कहा कि देश और प्रदेश का किसान अपनी मांग और मुद्दों को लेकर लगातार आंदोलनरत है, लेकिन केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार लगातार इनकी अनदेखी कर रही है। इस कारण किसानों की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। इस अवसर पर नफे सिंह ईगराह, दलवीर, महेंद्र, ज्ञानी राम, कपूर सिंह और सिक्किम श्योकंद भी मौजूद रहे।
लघु सचिवालय पर नारेबाजी
रोहतक (निस): संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया और फसल खराबे के लंबित मुआवजे को किसानों के खातों में डालने, पिछले साल का मुआवजा स्वीकृत करवाने, फसल खराबे का पिछले साल का बीमा क्लेम देने, नहरों में पानी समस्याओं को लेकर प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर किसान सभा जिला प्रधान प्रीत सिंह, रणधीर धामड़, राजा, बलवान सिंह, सुनील मलिक, नरेंद्र मलिक, नरेश हुड्डा, सुमित, जयप्रकाश हुड्डा, राजकुमार हुड्डा, राय सिंह, अशोक राठी, राजा, जगबीर पाकस्मा, देवीलाल, मोनू राठी, रोहताश, चांद नरवाल, कृष्ण, रोहताश, जयभगवान, टेकराम धामड़, कंवल सिंह, सज्जन, लीलू, वजीर सिंह, दलेल, नवीन, अाशीष, बलवान, सतबीर सिंह, रामचंद्र, धर्मवीर हुड्डा, बिजेंद्र, राममेहर व समुद्र प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
नूंह में मुआवजे के लिए धरना दे रहे किसानों की पुलिस से झड़प
गुरुग्राम (हप्र): नूंह जिले में जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर किसानों और पुलिस के बीच मंगलवार को झड़प हो गई। धरने पर 9 गांवों के किसान बैठे हैं। इस दौरान पुलिस कई किसानों को हिरासत में लेकर रोडवेज की 4 बसों में भरकर थाने ले गई। बता दें कि मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने धीरदूका गांव में आईएमटी रोजकामेव का काम बाधित किया था। इसके बाद एचएसआईआईडीसी के कर्मचारी पुलिस के साथ जेसीबी लेकर पहुंचे और नाली वाई रास्ता बनाने का काम करने लगे। इसी दौरान काफी संख्या में किसान, महिलाओं व बच्चों के साथ वहां पहुंचे। सभा में प्रशासनिक अमले को काम करने से रोकने का प्रयास किया गया। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांग को पूरा नहीं किया जाता वे कोई निर्माण नहीं होने देंगे। पुलिस ने किसानों से शांति की अपील करते हुए काम करने देने की बात कही। किसान पहले जमीन के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। किसान जेसीबी मशीनों पर चढ़ गए। किसानों ने दो टूक कहा कि उन्हें पहले मुआवजा चाहिए बाद में आगे काम होगा।
‘खाद्यान्न आत्मनिर्भरता हो जाएगी खत्म’
भिवानी (हप्र): हरियाणा के किसान एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। मंडी ड्राफ्ट को तीन कृषि कानूनों का पुनर्जन्म बताते हुए किसानों ने 20 मार्च को कुरुक्षेत्र में किसान मजदूर पंचायत कर आंदोलन की रणनीति तय करने की चेतावनी दी है। मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले भिवानी लघु सचिवालय के बाहर किसानों ने धरना देकर नारेबाजी की। किसान नेता कामरेड इंद्रजीत व रवी आजाद ने कहा कि केन्द्र सरकार नया मंडी ड्राफ्ट ला रही है, जिससे प्राइवेट कंपनियों को बम्पर खरीद का मौका दिया जाएगा।