कुछ भी हो तुम व्हाइट हाउस मत जाइयो
सहीराम
भाइयो कहीं भी जाइयो, पर व्हाइट हाउस मत जाइयो, क्योंकि व्हाइट हाउस गब्बरसिंह का डेन और खुद ट्रंप कक्का गब्बर हो लिए लगते हैं। गब्बर का खौफ तो जैसा उसने खुद ही बताया था कि पचास-पचास कोस दूर तक ही था। लेकिन ट्रंप कक्का का खौफ तो दुनिया पार कर गया है कि ज्यादा मत बोलो, नहीं तो ट्रंप अंकल टैरिफ लगा देंगे। बल्कि अब तो टैरिफ की बात भी पुरानी हो गयी लगती है। अब तो गब्बर की तरह ही वो अपने करीबियों को भी नहीं बख्श रहे। जैसे गब्बर ने अपने पठ्ठे कालिया से कहा था-अब गोली खा। वैसे ही ट्रंप अंकल ने एलन मस्क को ताड़ दिया है-फूट यहां से।
कालिया ने तो नमक का वास्ता देकर जान बचाने की कोशिश भी की थी, लेकिन एलन मस्क तो अपनी मदद का वास्ता भी नहीं दे पाया कि अंकल जी, मैंने आपको चुनाव जिताया है। ऐसे में बेचारे एपल वाले कुक डरे हुए हैं कि कहीं ट्रंप अंकल यही न कह दें कि अब तू चीन में जाकर ही अपनी कुकिंग मतलब मैन्यूफैक्चरिंग कर। अगला नंबर किसका हो, कौन जाने। राष्ट्राध्यक्ष तक डरे हुए हैं जी।
यह खौफ तो खैर तभी से था जब उन्होंने यूक्रेन वाले जेलेंस्की को व्हाइट हाउस में बुलाकर धमकाया था। अब वो हिंदुस्तानी तो हैं नहीं कि अतिथि देवो भव का पालन करते। वो तो हिंदी फिल्मों के वह जमींदार-कम-विलेन टाइप हैं, जो अपनी हवेली में बुलाकर किसानों से जमीन के कागजों पर अंगूठा लगवाते हैं। हालांकि दुनिया वाले अमेरिका को विश्व दरोगा का खिताब बहुत पहले दे चुके हैं। इससे उनके चरित्र में एक अजीब तरह का घालमेल हो गया है-जमींदार से लेकर दरोगा और सूदखोर तक का। जेलेंस्की के साथ तो उनका व्यवहार सचमुच ही उस सूदखोर पठान टाइप का था, जो कर्जवान की सीधे गर्दन पकड़ा करते थे। लेकिन अब सूदखोर पठान तो रहे हैं। कर्जवान भी अब माल्या और नीरव मोदी टाइप हो लिए हैं, जिनके सामने खुद कर्जदाता ही नतमस्तक रहते हैं। फिर भी जेलेंस्की को ट्रंप अंकल ने धमकाया- तुम हमारे तीन अरब डॉलर खा गए। तुम हमें बेवकूफ बना रहे हो और कि तुम्हारे पास अब कोई कार्ड नहीं बचा है वगैरह-वगैरह।
दुनिया जेलेंस्की वाले इस प्रकरण को अभी भूली भी नहीं थी कि अब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को व्हाइट हाउस बुलाकर धमका दिया- तुम्हारे यहां श्वेतों का उत्पीड़न हो रहा है। वे अश्वेतों का उत्पीड़न भूल गए, जो सदियों से हो रहा था। सुना है उन्होंने एलन मस्क की शिकायत पर उन्हें धमकाया। लेकिन अब तो उन्होंने एलन मस्क को भी ताड़ दिया। तो भैया सबक यही है कि व्हाइट हाउस मत जाना और जाना तो अपने रिस्क पर- अपनी इज्जत दांव पर लगाकर।