कांग्रेस ने हर कदम पर अंबेडकर का विरोध किया : कृष्ण बेदी
रोहतक, 5 जुलाई (निस/हप्र)
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के राधाकृष्णन सभागार में डीएससी छात्र कल्याण संघ हरियाणा द्वारा बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर और वंचित समाज विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने बतौर मुख्यातिथि शिरक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार डॉ. भीमराव अंबेडकर के पदचिन्हों पर चलते हुए वंचित अनुसूचित जाति के लोगों के सपने को साकार करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वंचित अनुसूचित जाति के लोगों को शिक्षा में आरक्षण वर्गीकरण का लाभ दिया और मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सरकारी नौकरियों में इस समाज को आरक्षण का लाभ प्रदान करके समाज की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया।
उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर उन राजनीतिक दलों को एक्सपोज करना होगा, जिन्होंने वर्षों तक डीएससी समाज को उनके अधिकारों से वंचित रखा। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की विचारधारा को लेकर कार्य वर्ष 2014 के बाद शुरू हुए, लेकिन समाज के लोग वर्षों तक उन राजनीतिक दलों पर विश्वास करते रहे जो बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विरोधी थे। कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि जब कांग्रेस पार्टी में बाबा साहब अंबेडकर को आगे बढ़ने से रोका और उनका विरोध किया। इन्हीं ने समाज के लोगों को यह कह कर बरगलाने का प्रयास किया कि अगर भाजपा की सरकार आएगी तो संविधान खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने ही महापुरुषों की जयंतियां सरकारी स्तर पर मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार के दौरान समाज के लोगों को जो कुछ मिला है उसे लेकर सतर्क व जागरूक रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा जो मशाल जलाई गई थी उसे आगे लेकर चलने की जरूरत है। हम सबको समग्र विकास की सोच लेकर आगे बढ़ना होगा।
हरियाणा राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. रविंद्र बलियाला ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा वंचित समाज के लिए किया गया संघर्ष अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि हिंदू कोड बिल पास करवाकर डॉ. अंबेडकर ने महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार दिलवाएं। डॉ. अंबेडकर की सोच के मुताबिक की मौजूदा सरकार वंचित अनुसूचित जाति समाज के उत्थान के लिए योजनाएं क्रियान्वित कर रही है। राज्य सूचना आयुक्त अमरजीत सिंह सोलंकी ने कहा कि वंचित अनुसूचित जाति का अगर कोई व्यक्ति ऊपर उठता है तो उसका यह दायित्व है कि समूचे से समाज के उत्थान के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर कहा करते थे की शिक्षा शेरनी का दूध है जो पियेगा वह धाड़ेगा। उन्होंने वंचित समाज के लोगों का आह्वड्ढान करते हुए कहा कि चाय का खर्च छोड़कर अपने बच्चों की शिक्षा पर फोकस करें। समारोह में विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, चेयरपर्सन सुनीता अडाना, पूर्व विधायक पृथ्वी नंबरदार, सुरेश किराड, ज्योति, रमेश बोहर, अनीता बुधवार, कुलविंदर सिक्का व मीना अटकाण मौजूद रहे।