रेवाड़ी, 7 जून (हप्र)बावल के गांव की एक औद्योगिक इकाई द्वारा एक गड्ढे में छोड़े जा रहे रसायनयुक्त पानी पीने से लगभग 15 गायों की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। इस मामले का प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने कड़ा संज्ञान लिया है और कंपनी को कारण बताओ नोटिस थमाकर एक सप्ताह में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कंपनी को सील करने की चेतावनी दी गई है।इधर, गायों की मौत को लेकर हिन्दू संगठनों में भारी गुस्सा है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जानकारी अनुसार बावल क्षेत्र के गांव बनीपुर में पेंट बनाने वाली एक कंपनी द्वारा निकालने वाला रसायनयुक्त गंदा पानी पाइप द्वारा पास ही एक गड्ढे में छोड़ा जा रहा है। शुक्रवार देर शाम को चरवाहा अपनी गायें चराने वहां पहुंचा था। गायों ने गड्ढे में जमा पानी को पी लिया।कुछ देर बाद गायों ने दर्द से करहाना शुरू कर दिया और कुछ देर बाद लगभग 15 गायों की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। गायों की मौत की सूचना जैसे ही गांव के लोगों को मिली तो वहां काफी लोग जमा हो गए। हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी पहुंचे। मामले की सूचना मिलते ही कसौला थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मृत गायों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।गुस्साए लोगों ने मृत गोवंश को कंपनी के गेट पर डाल दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कंपनी अधिकारियों ने पशु पालकों से समझौते की पेशकश की। बताया जा रहा है देर रात को दोनों पक्षों में मृत गायों का लेकर समझौता हो गया। गौ सेवा संगठन के कार्यकर्ता अंकित सोनी ने कहा कि गायों की मौत का यह गंभीर मामला है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।इधर मौके पर पहुंचे गांव सरपंच पवन कुमार ने कहा कि कंपनी प्रबंधन निकलने वाले वाले पानी को बिना ट्रीटमेंट के गड्ढे में छोड़ रहे हैं। यह गंदा पानी पीने से चरवाहों की 15 गायों की मौत हो गई है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज करने की भी मांग की।