रेवाड़ी, 4 फरवरी (हप्र)मंगलवार की सुबह जैसलमेर से दिल्ली जा रही रुणिचा एक्सप्रेस ट्रेन के साथ एक बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन का इंजन रेलवे ट्रैक के साथ पड़े लोहे के भारी भरकम टुकड़ों से टकरा गया और एक टुकड़ा उछलकर इंजन की बैटरी में जा घुसा। क्षतिग्रस्त हुए इंजन के साथ चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को रोक लिया। यह घटना मंगलवार सुबह करीब 9 बजे रेवाड़ी-नारनौल रेलमार्ग स्थित हरीनगर के पास हुई। इस ट्रैक पर पटरी बदलने का काम चल रहा था। लेकिन पटरी बदलने के बाद इसके कुछ टुकड़े नई पटरियों के साथ छोड़ दिये गए। जैसे ही जैसलमेर-दिल्ली रुणिचा ट्रेन यहां से गुजरी तो ट्रैक के साथ पड़े पटरियों के पुराने टुकड़ों में से एक टुकड़ा इंजन की बैटरी में जा घुसा। जिस समय लोहे का टुकड़ा इंजन से टकराया तो जोरदार हुई आवाज से यात्रियों में हड़कंप मच गया। ट्रेन चालक ने रेवाड़ी स्टेशन नजदीक होने के कारण पहले ही गति धीमी कर ली थी जिसके कारण बड़ा हादसा टल गया। दो घंटे तक ट्रेन ट्रैक पर खड़ी रही। ट्रेन के रुकते ही बहुत से यात्री घबराकर नीचे उतरकर दूर जा बैठे। इस दौरान नया इंजन मंगवाकर ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। लेकिन रेवाड़ी नजदीक होने के कारण बहुत से यात्री ऑटो व बसों के द्वारा घरों को रवाना हो गए। इस मौके पर ऑटो चालकों ने भी जमकर चांदी कूटी। मामले की जांच शुरू कर हो गई है। ट्रैक पर पहुंचे रेलवे अधिकारियों ने पाया कि बदली गई पटरी के टुकड़े ट्रैक के साथ ही छोड़ दिये गए थे। देखा जाए तो यह एक बहुत गंभीर मामला है और यह लापरवाही यात्रियों के लिए हानिकारक साबित हो सकती थी।