आतंकवाद विश्व की साझा समस्या, एकजुट होकर लड़ें : थरूर
न्यूयॉर्क, 25 मई (एजेंसी)
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क में 9/11 स्मारक पर जाकर आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को आतंकवाद की ‘साझा समस्या’ के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना होगा। थरूर ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल एकजुटता दर्शाने के लिए 9/11 स्मारक पहुंचा और यह हमारे लिए बहुत ही मार्मिक क्षण था। उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य एक बहुत मजबूत संदेश देना भी था कि ‘हमारे अपने देश में एक और आतंकवादी हमले के बाद हम यहां एक ऐसे शहर में हैं, जो उस क्रूर आतंकवादी हमले के निशान अब भी झेल रहा है।’
थरूर ने कहा कि अमेरिका की तुलना में भारत को बहुत अधिक संख्या में आतंकवादी हमलों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘हम यह याद दिलाने के लिए यहां आए हैं कि यह एक साझा समस्या है। ... यह एक वैश्विक समस्या है, एक अभिशाप है और हम सभी को इससे एकजुट होकर लड़ना चाहिए। यह संदेश देना बहुत महत्वपूर्ण था।’
थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद शांभवी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के जीएम हरीश बालयोगी, भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता एवं तेजस्वी सूर्या, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा और पूर्व राजनयिक तरनजीत संधू शामिल हैं।
हमारे लोगों पर हमले की कीमत चुकानी होगी
थरूर ने शनिवार को न्यूयॉर्क में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के प्रमुख सदस्यों, प्रमुख मीडिया संस्थानों एवं थिंक टैंक के लोगों के एक चुनिंदा समूह से बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘अब एक नया मानदंड बनने जा रहा है। पाकिस्तान में बैठे किसी भी व्यक्ति को यह मानने की अनुमति नहीं दी जाएगी कि वह सीमा पार करके हमारे नागरिकों की हत्या कर सकता है और उसे कोई दंड नहीं दिया जाएगा। इसकी कीमत चुकानी होगी और यह कीमत व्यवस्थित रूप से बढ़ती जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘अब बहुत हो चुका।’