अखाड़ा गांव के बायोगैस प्लांट के मसले का समाधान करेगी संयुक्त कमेटी
समराला/ चंडीगढ़, 5 जुलाई (निस)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लुधियाना जिले के गांव अखाड़ा में लगाए जा रहे बायोगैस प्लांट के मसले के स्थायी समाधान के लिए गांववासियों और विशेषज्ञों की एक संयुक्त कमेटी बनाने की घोषणा की है।
शनिवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर तालमेल संघर्ष कमेटी के नेता गुरतेज सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कमेटी गांववासियों द्वारा उठाई गई आपत्तियों और आशंकाओं के हर एक बिंदु पर गंभीरता से विचार करेगी। यह कमेटी पूरी जांच के बाद अपनी सिफारिशें देगी, जिनके आधार पर सरकार आवश्यक कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कमेटी निर्धारित समय में अपनी रिपोर्ट देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी और गांववासियों के हितों की पूरी तरह से रक्षा करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में प्रदूषण को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदूषण के प्रति बिल्कुल भी ढील न बरतने की नीति अपनाई गई है। उन्होंने गांववासियों को स्पष्ट रूप से अवगत कराया कि प्लांट पूरी तरह से प्रदूषण-मुक्त होगा और किसी को भी नियमों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घुंगराली गांव के बायोगैस प्लांट का भी उदाहरण दिया, जिसे गांव की सहमति से चालू किया गया था। बैठक के दौरान घुंगराली गांव के प्रतिनिधि ने अपना अनुभव साझा किया। गांव अखाड़ा के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि गांववासी कमेटी को पूरा सहयोग देंगे ताकि इस मसले का सुखद समाधान निकाला जा सके। बताते चलें कि समराला के निकटवर्ती गांव मुश्काबाद, घुंघराली और अखाड़ा में लगने वाली बायोगैस प्लांटों के विरुद्ध पिछले लंबे समय से संबंधित ग्राम वासियों और किसान जत्थेबंदियों द्वारा विरोध दर्ज करवाया जा रहा है।